Pahalgam Attack: दुश्मनों की खैर नहीं; भारतीय सेना को मिली रूसी मूल की इग्ला-एस मिसाइल, 90 और खरीदने की तैयारी

कम दूरी की वायु सुरक्षा प्रणालियां भारतीय सेना के वायु रक्षा क्षेत्र में अहम योगदान देती हैं। इसमें इग्ला एस मिसाइल भी शामिल हैं। इसके साथ ही भारतीय सेना ने 48 लॉन्चर तथा 90 कम दूरी की वायु सुरक्षा मिसाइलें (VSHORADS) खरीदने के लिए निविदा भी जारी की है।
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भारत के दुश्मनों की अब खैर नहीं है। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़े तनाव के बीच भारतीय सेना की क्षमता में इजाफा हुआ है। सेना को रूसी मूल की इग्ला एस मिसाइलें मिली हैं। कंधे पर रखकर वार करने वाली यह मिसाइल दुश्मन को नेस्तनाबूद कर देगी। इसके अलावा 90 और मिसाइल खरीदने की तैयारी हो रही है।
कम दूरी की वायु सुरक्षा प्रणालियां भारतीय सेना की वायु रक्षा क्षेत्र में अहम योगदान देती हैं। रक्षा सूत्रों ने बताया कि इग्ला-एस वायु रक्षा मिसाइलों की नई आपूर्ति कुछ सप्ताह पहले भारतीय सेना को हुई है। इन मिसाइलों को सीमाओं पर दुश्मन के लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों और ड्रोन से खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को दिया जा रहा है।
पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी तैयारी
भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए बड़ी संख्या में मिसाइलों के साथ ड्रोन का पता लगाने और उसे नष्ट करने की क्षमताओं की भी आवश्यकता है। सेना ने स्वदेशी एकीकृत ड्रोन डिटेक्शन और इंटरडिक्शन सिस्टम के मार्क 1 को भी तैनात किया है। यह आठ किलोमीटर से अधिक दूरी से ड्रोन का पता लगा सकता है और उन्हें रोक सकता है। इस सिस्टम में लेजर भी लगे हैं जो ड्रोन को जलाकर गिरा सकते हैं। सेना की वायु रक्षा इकाइयों ने हाल ही में जम्मू में इस सिस्टम का उपयोग करके पाकिस्तानी सेना के एक ड्रोन को मार गिराया था।